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गन्ने की फसल में सफ़ेद गिडार की पहचान!
👉गन्ने की फसल में आज कल गर्मी के कारण ऊपर की टोपी सूखने की समस्या किसानों के खेत में दिखाई दे रहे है।
👉सफ़ेद गिडार की पहचान किसान कैसे करें:-
लक्षण:-
पत्तियों का पीला पड़ना और मुरझाना ये प्रारम्भिक लक्षण है और प्रभावित गन्ना खींचने पर आसानी से निकल जाती हैं।
पौधे की फसल की तुलना में पेड़ी गन्ना की फसल में नुकसान अधिक देखा जा सकता है
कीट की पहचान:-
इस समस्या के कीट एक मादा औसतन 27 अंडे मिट्टी में देती है, गिडार सफेद पीले रंग का पाया जाता है।
नियंत्रण :-
●पर्याप्त सिंचाई प्रदान करें, कटाई के तुरंत बाद गहरी जुताई करें। खेत में 24 घंटे तक पानी जमा रहने से गिडार मिट्टी से बाहर आ जाएगा
●गन्ने में सफेद सुंडी (व्हाइट ग्रब) का रासायनिक नियंत्रण
●खेत में गोबर की खाद मिलाने से पहले दानेदार कीटनाशक मिलाएं।
● सितंबर-अक्टूबर के महीने में गन्ना लगाते समय खेत में फिप्रोनिल 0.3 प्रतिशत 8-10 किलोग्राम मिट्टी के साथ दें।
●बड़े गन्ने में क्लोरोपायरीफॉस 20% @ 2 लीटर प्रति 400 लीटर पानी में मिलाकर जड़ में डालें।
●सफेद सुंडी के नियंत्रण के लिए खेत के आस-पास मौजूद नीम और बबूल के पेड़ पर क्लोरोपायरीफॉस 20 प्रतिशत 2-2.5 मिली प्रति लीटर का छिड़काव करें।
●यदि गन्ने में सफेद सुंडी का प्रकोप अधिक होता है, तो इमिडाक्लोप्रिड 40% अधिक फिप्रोनिल 40% @ 80 ग्राम 200 लीटर पानी में मिलाकर दीजिए। जैविक नियंत्रण
●गन्ना लगाते समय, मेटारायज्मि, एनसोपली या बिव्हेरिया बेसियाना 8-10 किग्रा प्रति एकड़ गोबर की खाद में मिलाकर दें।
👉स्त्रोत:-AgroStar
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