कृषि वार्ताAgrostar
कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी
🌱खरीफ फसलों की बुआई का समय नजदीक आ रहा है.किसान खेती में लागत को कैसे कम करके अधिक मुनाफ़ा कमा सकते हैं। किसान जून के आखिरी सप्ताह से पहले खेती में कर लें यह कुछ जरूरी कार्य.
🌱धान की खेती करने वाले किसान क्या करें:-
जिन किसान भाई के पास सिंचाई की उचित व्यवस्था है वैसे किसान धान का विचड़ा बीजस्थली में लगाने का काम शुरू कर सकते हैं। 10 जून तक लम्बी अवधि वाले धान का विचड़ा गिराने के उपयुक्त समय है। राजश्री, राजेंद्र, मंसुरी, राजेंद्र, स्वेता, किशोरी, स्वर्णा सब-1, वी.पी.टी.-5204 एवं सत्यम आदि लम्बी अवधि वाले धान की अनुशंसित क़िस्में हैं। वहीं 25 जून तक मध्यम अवधि वाले धान का विचड़ा बोने के लिए अनुकूल समय है।
🌱मक्का की खेती करने वाले किसान क्या करें:-
किसान जो मक्का की फसल लेने वाले हैं वे किसान मक्का की अनुशंसित क़िस्में जैसे एग्रोस्टार हायब्रिड 101 मक्का ,एग्रोस्टार हायब्रिड 1232 मक्का ,सुआन, देवकी, की बुआई करें। बुआई के समय प्रति हेक्टेयर 30 किलो नत्रजन, 60 किलो स्फुर एवं 50 किलो पोटाश का व्यवहार करें। प्रति किलोग्राम बीज को 2.5 ग्राम थीरम द्वारा उपचारित कर बुआई करें।
🌱प्याज की खेती करने वाले किसान क्या करें:-
किसान जो खरीफ सीजन में धान की खेती करना चाहते हैं वे किसान प्याज की खेती के लिए नर्सरी (बीज स्थली) की तैयारी करें। स्वस्थ पौध के लिए नर्सरी में गोबर की खाद अवश्य डालें। छोटी-छोटी उथली क्यारियों, जिसकी चौड़ाई एक मीटर एवं लंबाई सुविधानुसार रख सकते हैं। खरीफ प्याज के लिए एन-53, एग्रीफ़ाउंड डार्क रेड, अर्का कल्याण, भीमा सुपर क़िस्में अनुशंसित है। बीज गिराने के पहले किसान बीजों का उपचार अवश्य करें। बीज दर 8-10 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रखें। किसान भाई बीज प्रमाणित स्त्रोत से ही ख़रीदें।
🌱अभी किए जाने वाले अन्य कार्य:-
किसान पशुओं के प्रमुख रोग एंथ्रेक्स, ब्लैक क्वार्टर (डकहा) एवं एचएस (गलघोंटू) से बचाव के लिए टीके लगावें।
गरमा सब्ज़ियों जैसे भिंडी, नेनुआ, करैला, लौकी (कद्दू) खीरा की फसल में आवश्यकतानुसार सिंचाई एवं निकाई-गुड़ाई करें। कीट व्याधियों से फसल की बराबर निगरनी करते रहें। प्रकोप दिखने पर अनुशंसित दवा का छिड़काव करें।
🌱स्रोत:-AgroStar
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