कृषि वार्ताAgrostar India
किसान को मिल रहा है 1 लाख!
👉 खेती-किसानी में कैमिकल के इस्तेमाल से धरती जहरीली होती जा रही है. रसायनिक कीटनाशक-उर्वरकों का सीधा असर कृषि उत्पादों पर भी होता है. कैमिकल का कुछ अंश इनमें भी जाता है और जब इन कृषि उत्पादों का सेवन करते हैं तो शरीर में ये कैमिकल पहुंचकर कैंसर जैसी घातक बीमारियों को न्यौता देते हैं. यही वजह है कि अब भारत में खतरनाक कैमिकल उर्वरक और कीटनाशकों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है. साथ ही कुछ का इस्तेमाल सीमित कर दिया है. किसानों को कम लागत में स्वस्थ उत्पादन दिलवाने के लिए जैविक खेती को बढ़ावा मिल रहा है.
👉देश के ज्यादातर इलाकों में अब किसानों ने जैविक प्रमाणीकरण के साथ जैविक खेती चालू कर दी है. अच्छी आमदनी तो हो ही रही है, देश-विदेश में ख्याति भी मिल रही है. राजस्थान में राज्य स्तर पर जैविक खेती मे अच्छा प्रदर्शन करने वाले किसानों को अब सरकार ने अवॉर्ड देने का फैसला किया है. इसके लिए किसानों से आवेदन भी मांगे हैं.
👉जैविक खेती अवॉर्ड:-
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य स्तर पर तीन सर्वश्रेष्ठ किसानों को 1-1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि पिछले 5 साल से कृषि उद्यानिकी फसलों यानी बागवानी फसलों का जैविक उत्पादन और कम से कम 2 साल से लगातार जैविक प्रमाणीकरण करवा रहे हैं, उन किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी.
👉अवॉर्ड के लिए किसान की योग्यता:-
नियमों के मुताबिक, जो भी किसान पहले भी राज्य स्तर पर सम्मानित हो चुके हैं, वो इस पुरस्कार के पात्र नहीं होंगे.
👉जिन किसानों ने जैविक खेती के लिए अपने खेत में वर्मी कंपोस्ट इकाई-कंपोस्ट पिट बनाई हो.
फसल उत्पादन के लिए जैविक कीटनाशक, जैव उर्वरक, उचित फसल चक्र, हरी खाद का इस्तेमाल करते हो.
जैविक खेती के साथ नए प्रयोग करके जैविक उत्पादन लेते हो.
जैविक प्रमाणीकरण राजकीय-निजी संस्था से प्रमाणित हो.
10 दिसंबर तक जमा कराना होगा आवेदन अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में भी संपर्क भी कर सकते हैं.
👉स्त्रोत:- Agrostar
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