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किसानों की आमदनी बढ़ाने में मदद कर रही है दूध दुरंतो!
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किसानों की आमदनी बढ़ाने में मदद कर रही है दूध दुरंतो!
🚆दूध दुरंतो ने रेनीगुंटा से राष्ट्रीय राजधानी को 10 करोड़ लीटर दूध की आपूर्ति की है. अब तक इन विशेष ट्रेनों ने 443 फेरों के माध्यम से 2502 टैंकरों से दूध की आपूर्ति हुई है. अभी तक इन विशेष ट्रेनों ने 443 फेरों के माध्यम से कुल 2,502 टैंकरों में 10 करोड़ लीटर से ज्यादा दूध की आपूर्ति की गई! 👉🏻“दूध दुरंतो” विशेष ट्रेनों के माध्यम से आंध्र प्रदेश के रेनीगुंटा से राष्ट्रीय राजधानी के लिए दूध की आपूर्ति 10 करोड़ लीटर के आंकड़े को पार कर गई है. 26 मार्च, 2020 को शुरुआत के बाद से, इन विशेष ट्रेनों का संचालन दक्षिण मध्य रेलवे द्वारा निर्बाध रूप से किया जा रहा है और अभी तक 443 फेरों के माध्यम से दूध के 2,502 टैंकरों की आपूर्ति की गई है! किसानों को हो रहा है बड़ा फायदा- 👉🏻रेलवे की ओर से चलाई गई दूध दुरंतो एक्सप्रेस के डिब्बे दूध को ठंडा रखते हैं. इससे दूध एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाए जाने के दौरान खराब नहीं होता है. वहीं रेलवे की इस सुविधा से किसानों को भी दूध का सही दाम मिल रहा है! 👉🏻भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने देश भर में दूध को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए खास तरह की दूध की वैन (Rail Milk Tank) तैयार की है. इस दूध की वैन की क्षमता 44,660 लीटर की है! 👉🏻इस वैन की क्षमता पहले की वैन की क्षमता की तुलना में लगभग 12 फीसदी अधिक है. इस वैन का इंटीरियर स्टेनलेस स्टील का है. ये वैन 110 किलोमीटर प्रति घंटा की क्षमता से दूध को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा सकती है! 👉🏻इस रेल मिल्क टैंक से दूध को एक जगह से दूसरी जगह बेहद कम खर्च और सुरक्षित तरीके से पहुंचाया जा सकेगा. इस रेल मिल्क टैंक के चलने से किसानों को फायदा मिलेगा. उन्हें अपने उत्पाद की बेहद कीमत मिल सकेगी! दूध दुरंतो के बारे में जानिए- 👉🏻रेनीगुंटा से नई दिल्ली के लिए रेल के द्वारा दूध की आपूर्ति काफी महत्वपूर्ण है और देश की बुनियादी जरूरतें पूरी करने के लिए अहम है! 👉🏻कोविड-19 से पहले, नई दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के लोगों की दूध की जरूरतों को पूरा करने के लिए साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेनों से दूध के टैंकर जोड़े जा रहे थे! 👉🏻जब देश भर में लॉकडाउन लागू किया गया था, तो इस उद्देश्य से दक्षिण मध्य रेलवे ने विशेष रूप से दूध के टैंकरों के लिए “दूध दुरंतो” विशेष ट्रेनों के संचालन की अनूठी पहल की थी! 👉🏻जोन रेनीगुंटा से हजरत निजामुद्दीन स्टेशन की 2300 किलोमीटर की दूरी 30 घंटों के उपयुक्त समय में तय करते हुए मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के अनुरूप इन ट्रेनों का परिचालन कर रहा है! 👉🏻दूध दुरंतो विशेष ट्रेनें आम तौर पर दूध के 6 टैंकर लेकर चलती हैं, हरेक टैंकर की क्षमता 40,000 लीटर होती है और इस प्रकार एक ट्रेन की कुल क्षमता 2.40 लाख लीटर होती है! 👉🏻अभी तक इन विशेष ट्रेनों ने 443 फेरों में दूध के 2,502 टैंकरों से 10 करोड़ लीटर से ज्यादा दूध की आपूर्ति की है. गुंटकल डिवीजन के अधिकारी माल भेजने वाले ग्राहकों के साथ संपर्क में हैं, जो दूध के लदान की पेशकश कर रहे हैं और उनकी आवश्कताओं को समझते रहे हैं जिससे कि ट्रेनों के परिचालन में कोई बाधा न आए! 👉🏻इस अनूठी पहल की शुरुआत के बाद से, कोविड के सबसे खराब दौर में भी इन ट्रेनों का संचालन निरंतर जारी रहा है और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला को संतुलित रखने के लिए आगे भी जारी रखा जा रहा है! स्त्रोत:- TV9 👉🏻प्रिय किसान भाइयों अपनाएं एग्रोस्टार का बेहतर कृषि ज्ञान और बने एक सफल किसान। दी गई जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे लाइक 👍 करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
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