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कस्टम हायरिंग सेंटर या मशीन बैंक, संपूर्ण जानकारी!
कृषि वार्ताएग्रोस्टार इंडिया
कस्टम हायरिंग सेंटर या मशीन बैंक, संपूर्ण जानकारी!
👉जानवरों के पालन-पोषण की बढ़ती लागत और मानव श्रम की बढ़ती कमी के कारण भारतीय कृषि मानव शक्ति और पशु शक्ति पर निर्भरता से यांत्रिक शक्ति की ओर धीरे-धीरे बदलाव के दौर से गुजर रही है। 👉इसके अलावा, यांत्रिक शक्ति का उपयोग कठिन परिश्रम को कम करने और कृषि कार्यों की समयबद्धता को सुविधाजनक बनाने के अलावा फसलों की उत्पादकता पर सीधा असर डालता है। 👉ऐसे में कृषि यंत्रीकरण की सख्त जरूरत है। यह इस तथ्य के कारण है कि छोटे/सीमांत किसान, अपनी आर्थिक स्थिति के कारण, अपने दम पर या संस्थागत ऋण के माध्यम से कृषि मशीनरी के मालिक होने में असमर्थ हैं।इसलिए उपलब्ध कृषि मशीनरी को छोटी/सीमांत जोतों की पहुंच के भीतर लाने के लिए सामूहिक स्वामित्व या कस्टम हायरिंग केंद्रों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उद्देश्य: 👉लघु एवं सीमांत किसानों को विभिन्न कृषि मशीनरी/उपकरण उपलब्ध कराना! 👉कम कृषि बिजली उपलब्धता वाले स्थानों में मशीनीकरण में सुधार करना! 👉विभिन्न कार्यों के लिए आवेदन की गई विभिन्न कृषि मशीनरी/उपकरणों के लिए हायरिंग सेवाएं प्रदान करना। 👉विशेष रूप से छोटे और सीमांत जोत में बड़े क्षेत्रों में फसल के मौसम के दौरान यंत्रीकृत गतिविधियों का विस्तार करना। 👉विभिन्न कार्यों के लिए लागू विभिन्न उच्च मूल्य की फसल विशिष्ट मशीनों के लिए हायरिंग सेवाएं प्रदान करना। CHC ( कस्टम हायरिंग सेंटर ) के फायदे- - छोटे और सीमांत किसानों को महंगी कृषि मशीनरी तक पहुंच प्रदान कराना ! - कृषि कार्यों में समयबद्धता और इनपुट के कुशल उपयोग की सुविधा प्रदान कराना ! - खेती में लगने वाले कठिन परिश्रम को कम करता है ! - जहाँ भी संभव हो फसल सघनता में वृद्धि को बढ़ावा देता है ! - खेती की लागत में कमी होती हैं ! - फसल अवशेषों के पुनर्चक्रण की सुविधा देता है और अवशेषों को जलाने से रोकता है ! फार्म मशीनरी बैंक’ योजना के तहत 80 प्रतिशत अनुदान देय- गौरतलब है कि मोदी सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। इसी के तहत किसानों के लिए ‘फार्म मशीनरी बैंक’ योजना शुरू की गई है। फार्म मशीनरी योजना के तहत 10 लाख रुपये तक के यंत्र रखे जा सकते हैं। इसमें 80 प्रतिशत अनुदान देय है। 20 प्रतिशत धनराशि कृषक समूह द्वारा स्वयं अथवा बैंक ऋण के माध्यम से की जा सकती है। स्त्रोत:- एग्रोस्टार इंडिया 👉 प्रिय किसान भाइयों अपनाएं एग्रोस्टार का बेहतर कृषि ज्ञान और बने एक सफल किसान। दी गई जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे लाइक 👍 करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
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