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कम बारिश के बावजूद किसानों में जबर्दस्त उत्साह, 78 फीसदी से ज्यादा बुवाई हुई पूरी!
कृषि वार्तान्यूज18
कम बारिश के बावजूद किसानों में जबर्दस्त उत्साह, 78 फीसदी से ज्यादा बुवाई हुई पूरी!
जयपुर जिल्हे में सावन भले ही सूखा बीता हो लेकिन किसानों में उत्साह की कोई कमी नहीं है. कम बारिश के बावजूद खरीफ की अच्छी बुवाई का सिलसिला प्रदेश में लगातार जारी है. बुवाई के लिए कृषि विभाग द्वारा तय किए गए लक्ष्य का 78 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है. पिछले साल भी इस अवधि तक लगभग इतनी ही बुवाई प्रदेश में हुई थी. 1 करोड़ 63 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई का लक्ष्य है -कृषि विभाग ने इस बार प्रदेश में 1 करोड़ 63 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई का लक्ष्य तय किया है. विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 3 अगस्त तक 1 करोड़ 27 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की जा चुकी है. पिछले साल 3 अगस्त तक 1 करोड़ 31 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई थी जो इस बार से थोड़ी ज्यादा थी. हालांकि इस अंतर की वजह पिछले 3-4 दिन में बुवाई का सिलसिला सुस्त पड़ना है. प्रदेश में 31 जुलाई तक की यदि बात की जाए तो पिछले साल 1 करोड़ 10 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी जबकि इस साल 1 करोड़ 26 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हो चुकी थी। प्रदेश में खाद्यान्न की बुवाई का आंकड़ा 80 प्रतिशत और तिलहन की बुवाई का आंकड़ा 90 फीसदी के लक्ष्य को पार कर चुका है. खाद्यान्न में अनाज की बुवाई 87.7 प्रतिशत क्षेत्र में हो चुकी है जबकि दलहन की बुवाई 68.9 प्रतिशत क्षेत्र में हो चुकी है. प्रदेश में मक्का की बुवाई का क्षेत्र 100 फीसदी के आंकड़े को पार कर चुका है जबकि बाजरे की बुवाई का लक्ष्य 85 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है. इसी तरह मूंग की बुवाई जहां 85 फीसदी का आंकड़ा पार चुकी है वहीं मोठ की बुवाई अभी तक 45 फीसदी भी पूरी नहीं हो पाई है. तिलहन की अगर बात करें तो मूंगफली की बुवाई लक्ष्य को पार कर 105.4 फीसदी के आंकड़े पर पहुंच गई है जबकि सोयाबीन की बुवाई का आंकड़ा भी 98.4 फीसदी के आंकड़े पर है। बारिश से बढ़ेगा बुवाई का आंकड़ा तेजी से - प्रदेश में सावन के आखिरी दिन मेघ जमकर मेहरबान हुए हैं और इससे बुवाई का आंकड़ा तेजी से बढ़ेगा. कृषि विभाग को उम्मीद है कि बुवाई का लक्ष्य हासिल हो जाएगा. गौरतलब है कि अभी तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश का आंकड़ा सामान्य से कम है. सावन माह में पिछले सात साल में इस बार सबसे कम बारिश हुई है जबकि खरीफ की बुवाई के लिए सबसे मुफीद महीना यही होता है. पिछले 27 दिनों में प्रदेश में करीब 101 मिलीमीटर बारिश हुई है जबकि करीब 144 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी। स्रोत - न्यूज १८, 5 अगस्त 2020 , किसान भाइयों दी गई कृषि जानकारी को लाइक करें और अन्य किसान मित्रों के साथ जरूर शेयर करें।
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