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कपास में पत्तियों के लाल होने के लिए उपचार
गुरु ज्ञानएग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस
कपास में पत्तियों के लाल होने के लिए उपचार
किसान समुदाय से कपास की पत्तियों के लाल होने की समस्‍याएं आना शुरू हो गयी हैं। आमतौर पर, लाल होने के दो कारण होते हैं। यदि जैसिड्स के खिलाफ कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की जाती है, तो पत्तर लाल और भंगुर हो जातर है। दूसरा कारण पौधों के शरीर विज्ञान, पर्यावरणीय स्थिति और प्रमुख/सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी में व्यवधान है। यदि रात का तापमान 21 डिग्री सेल्सियस से कम हो जाता है, तो लाल होने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। शुरूआत में पत्तियों के किनारे पीले होने लगते हैं और फिर नसों के बीच की जगह लाल हो जाती है और अंत में पत्तियां गिर जाती हैं। जैसिड्स के नियंत्रण के लिए उचित कीटनाशक का उपयोग करके, किसानों द्वारा पहला कारण हल किया जा सकता है। जबकि दूसरे कारण के लिए, कुछ अन्य कदम उठाने की आवश्यकता होती है। एक बार पत्तियाके कि लाल हो जाने के बाद, वे दोबारा हरर नहीं हो सकती हैं।
उपचार: • चूसने वाले कीटों के नियंत्रण के लिए विशेष रूप से जासिड के नियंत्रण के लिए समय पर उचित कीटनाशक लगाएं। • नाइट्रोजन की अतिरिक्त खुराक देकर पौधों को पर्याप्त नाइट्रोजन प्रदान करें। इसके अलावा हर 10 दिनों के बाद से 1 से 1.5% यूरिया का 2 से 3 बार छिड़काव करें। यूरिया के बजाय डीएपी @ 2% का भी छिड़काव किया जा सकता है। • मैग्नीशियम की कमी को रोकने के लिए सप्ताह में एक बार 1.5% मैग्नीशियम सल्फेट छिड़काव करें। • मिट्टी में नमी की कमी होने के तुरंत बाद सिंचाई करें। • ध्यान रखें कि सिंचाई करने के दौरान पानी एक ही स्थान पर जमा नहीं होना चाहिए। पानी के संचय के कारण मैग्नीशियम और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व पौधों के लिए असुरक्षित हो जाते हैं। • यदि आवश्यक हो तो एस्कोरबिक एसिड 500 पीपीएम + पीएमए 10 पीपीएम का छिड़काव करें। डॉ. टी.एम. भरपोडा, एंटोमोलॉजी के पूर्व प्रोफेसर, बी ए कालेज ऑफ एग्रीकल्चर, आनंद कृषि विश्वविद्यालय, आनंद- 388 110 (गुजरात भारत)
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