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एजोला: एक अच्छा पशु आहार
पशु खाद्य की लागत कम करने के लिए, घर में ही कम खर्च में अधिक उत्तम नैसर्गिक वानस्पतिक खाद्य के रूप में अझोला उपयोगी पूरक है। दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए एजोला का उपयोग फायदेमंद है।
एजोला शैवाल प्रजातियों का एक जलीय पौधा है।
जानवरों के लिए पूरक आहार के रूप में एजोला का उपयोग किया जाता है।
एजोला एक जलीय पौधे है जो पानी में स्वतंत्र रूप से बढ़ता है और यह संयुक्त रूप से वातावरण के नाइट्रोजन को स्थिर रखता है। एजोला में रूपांतरित तैरनेवाला तना और द्विदलीय, बहुत छोटे पत्ते और जड़ों का समावेश होता है।
यदि धान की खेती में एजोला जैव उर्वरक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, तो इससे @40-60 किग्रा/हेक्टेयर नाइट्रोजन स्थिरीकरण होता है। एजोला हरी खाद के साथ-साथ दुधारू जानवरों, सूअरों और बतखों के लिए उपयोगी आहार है।
• एजोला में अति आवश्यक अमीनो एसिड, खनिज, विटामिन, बी कैरोटीन और सूखे वजन पर आधारित 35% प्रोटीन है।
• एजोला में क्लोरोफिल ए और बी के साथ-साथ कैरोटीन भी है।
• सहजीवी पौधे एनाबिना में क्लोरोफिल ए और कैरोटेनोइड होते हैं।
• उच्च पौष्टिक मूल्य और तेजी से बायोमास उत्पादन जैसे गुणों के कारण, एजोला एक स्थायी खाद्य के रूप में प्रसिद्ध हो रहा है।
एजोला का पोषक महत्व
• प्रोटीन 25-30%
• आवश्यक अमीनो आम्ल:
7-10%
• विटामिन:
10-15%
• खनिज (कैल्शियम, फास्फोरस, पोटाश, आयरन, कॉपर):
10-15%
• एजोला में खाद्य पाचन सहायक घटक होते हैं जिससे जानवर उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन और लीग्निन को आसानी से पचा सकते हैं।
एजोला का उत्पादन
• पेड़ की छाँव में या 50% शेडनेट का उपयोग करके 3 x 3 मीटर आकार का 12 इंच का गड्ढा बनाएं। चारो तारफ ईंटों की एक परत बनाएं। एजोला 31 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान नहीं सह सकता है। इसलिए तापमान के बारे में विशेष सावधानी रखें।
• गड्ढे में 3.5 मीटर आकार की एक प्लास्टिक शीट फैलाएं।
• इस प्लास्टिक के पेपर पर लगभग 8-10 किग्रा कीचड़ हो उस तरह मिट्टी डालें। 2 किलो गोबर खाद और 30 ग्राम सुपर फॉस्फेट डालें।
• गड्ढे में 5 से 6 इंच तक पानी डालें।
• गड्ढे में 500 ग्राम अज़ोला कल्चर डालें।
लगभग 10 से 15 दिनों में, गड्ढे के पानी में एजोला की वृद्धि दिखाई दगी।
• इस गड्ढे से प्रति दिन लगभग 500 ग्राम एजोला मिलता है
छलनी का उपयोग करके इसे छान लेना चाहिए।
• लगभग 2 से 3 महीनों के बाद गड्ढे में पानी और मिट्टी बदलें।
लाभ: -
• दूध उत्पादन 15-20% तक बढ़ जाता है।
दूध की गुणवत्ता में सुधार होता है।
• प्रचलित खाद्य पर 20-25% तक लागत कम हो जाती है।
• दुधारू पशुओं के साथ, यदि अजोला को सही मात्रा में ब्रॉयलर के साथ ही लेयर चूजा को भी सही मात्रा में दिया जाता है, तो उत्पादन बढ़ता है। अगर अज़ोला को बकरियों, भेड़, सूअरों को भी खिलाय जाए, तो वे अच्छी तरह से विकसित होते हैं
• अज़ोला की उत्पादन लागत बहुत कम है और इसके मुकाबले उपज ज्यादा है।
• पशुओं के शारीरिक विकास और उत्पादन में महत्वपूर्ण विकास होता है।
• पशुओं के शरीर पर कोई विपरीत परिणाम नहीं होता है।
• कम जमीन में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। परियोजना शुरू करने के लिए प्रारंभिक निवेश भी कम है।
एजोला देने की विधि और अनुपात
पशुओं को एजोला ज्यों का त्यों या दूसरे खाद्य के साथ मिश्रण करके खुराक के रूप में दिया जा सकता है। पशु चिकित्सक की सलाह के अनुसार हर दिन के भोजन में दुधारू पशुओं को 2 से 3 किग्रा एजोला दें। पशुओं को खिलाने से पहले एजोला को ठीक से साफ करें।
एजोला उत्पादन में आने वाली बाधाएँ
• जगह छाया में होनी चाहिए, लेकिन अच्छी धूप आनी चाहिए।
• हर 25-30 दिन बाद गड्ढे की 5% मिट्टी को ताजा काली मिट्टी से बदलें। एजोला को दीमक, चींटी, कीड़ों से सुरक्षित रखें।
• हर 5 दिनों के बाद गड्ढे के 25-30% पानी को ताजा पानी से बदलें।
• गड्ढे में पानी का स्तर हमेशा 8-10 सेमी होना चाहिए।
• गर्मियों में, उच्च तापमान के कारण एजोला का रंग हरा- लाल या भूरे रंग में बदल जाता है जिससे उपज प्रभावित होती है।
• कुछ जानवरों के कारण गड्ढे में समस्या पैदा हो सकता है।
• एजोला गड्ढे को कवर करें; क्योंकि यदि गड्ढा पेड़ के नीचे बनाया गया हो तो उसमें पत्ते गिरकर विघटित होने की सम्भावना है।
• एजोला के लिए बड़ी मात्रा में गोबर का उपयोग न करें। अतिरिक्त गोबर डालने से निर्मित एमोनिया एजोला के लिए खतरनाक है।
• भारी बारिश के क्षेत्रों में एजोला को में बारिश से सुरक्षित रखें। (50% शेड नेट का उपयोग लाभप्रद साबित होता है.)
अजय गवली
संदर्भ- एग्रॉवन 20 सितंबर 17