सलाहकार लेखएग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस
आलू में एकीकृत कीट एवं रोग प्रबंधन
आलू के प्रमुख कीट:-_x000D_
माहू:- इस कीट के प्रौढ़ एवं शिशु दोनों पत्तियों से रस चूसते हैं जिसके कारण पत्ते पीले होकर मुड़ जाते हैं।_x000D_
प्रबंधन:- माहू के नियंत्रण के लिए थायामेथोक्साम 25% डब्लू जी @40 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।_x000D_
सफेद सूंडी:- इस कीट की सूंडीयां आलू के पौधों और शाखाओं और उगते हुए कंदों को काट देती है बाद कि अवस्था में इसकी सूंडी कंदों में छेद कर देती है जिससे कंदों का बाजार भाव कम हो जाता है यह कीट रात में फसल को क्षति पहुंचाती है।_x000D_
प्रबंधन:- क्लोरोपाइरीफॉस 20% ईसी@2 मिली/लीटर पानी में घोलकर मृदा में ड्रेंचिंग करें।_x000D_
_x000D_
आलू के प्रमुख रोग:-_x000D_
अगेती झुलसा:- इस रोग में नीचे की पत्तियों पर हल्के भूरे रंग के छोटे- छोटे पूरी तरह बिखरे हुए धब्बे बन जाते हैं। जो अनुकूल मौसम पाकर पत्तियों पर फैलने लगते हैं। जिससे पत्तियां नष्ट हो जाती हैं।_x000D_
प्रबंधन:- मैंकोजेब 75% डब्ल्यूपी @500 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी या क्लोरोथैलोनिल 25% डब्ल्यूपी @400 ग्राम प्रति एकड़ या प्रोपीनेब 70% डब्ल्यूपी@ 600 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। _x000D_
पछेती झुलसा:- इस रोग के लक्षण सबसे पहले नीचे की पत्तियों पर हल्के हरे रंग के धब्बों के रूप में दिखाई देते हैं जो जल्द ही भूरे रंग के हो जाते हैं। यह धब्बे अनियमित आकार के बनते हैं। जो अनुकूल मौसम पाकर बड़ी तीव्रता से फैलते हैं और पत्तियों को नष्ट कर देते हैं। रोग की विशेष पहचान पत्तियों के किनारे और शीर्ष भाग का भूरा होकर झुलस जाना है। _x000D_
प्रबंधन:- मैंकोजेब 75% डब्ल्यूपी@ 500 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी या क्लोरोथैलोनिल 25% डब्ल्यूपी@ 400 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।_x000D_
_x000D_
स्रोत: एग्रोस्टार एग्रोनॉमी सेंटर एक्सीलेंस_x000D_
यदि आपको यह जानकारी उपयोगी लगे, तो फोटो के नीचे दिए पीले अंगूठे के निशान पर क्लिक करें और नीचे दिए विकल्पों के माध्यम से अपने सभी किसान मित्रों के साथ साझा करें।_x000D_