गुरु ज्ञानAgroStar India
आम की खेती में ये टेक्निक देगी करोड़ों का मुनाफा!
👉नमस्कार किसान भाइयों "आम" हमारा राष्ट्रीय फल है भारत में लगभग आम की 1 हजार से ज्यादा किस्म उगाया जाता है जिससे पूरे भारत में 2 करोड़ आठ लाख मैट्रिक टन का उत्पादन प्रति वर्ष हो रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, और गुजरात भारत में आम उत्पादन के प्रमुख राज्य माने जाते है।
👉आम के एक्सपोर्ट क्वालिटी के आम का उत्पादन कैसे करें?
यह समय आम की फसल में फूल आने का समय है इस समय किसानो को क्या-क्या समस्या आती है और क्या-क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए?
👉इस समय आम के फसल में पहली समस्या जो आती है वो ये है की आम के फूल ही गिर जाते है।
👉यह समस्या आम की फसलों में पुष्पन की प्रक्रिया के समय अचानक मौसम का खराब होजाना, आसमान मे बादल होजाना, या कुहरे का प्रकोप ज्यादा से ज्यादा होने पर देखी जाती है।
👉कभी कभी फसल मे फफूँद , सूँडी , गालमिज आदि के प्रकोप के कारण फसल में फलत नहीं हो पाती है।
👉आम के बागों में फल सेटिंग होने के बाद फसल तेजी से गिरने लगता है। फूल के समय थ्रीप्स का प्रकोप का होना या आम का हॉपर का प्रकोप का होना या हानी ड्यू का प्रकोप बढ़ जाना इन सभी कारणों से आम के पौधों में कुछ ऊर्जा नहीं बचती जिसके कारण जो फल लगे रहते है वो सूख जाते है।
👉किसान ध्यान दे फ्रूट सेटिंग के समय सिचाई बिल्कुल भी ना करें। किसान साथियों अगर आम की फसल में फूल फल आने की अवस्था में इन बातों का ध्यान रखते है तो अपनी उपज बढ़ा सकते है। किसान भाइयों ये तो था एक्सपोर्ट क्वालिटी के आम का उत्पादन भाग-1, आम की खेती में इसके आगे की अवस्था और देख रेख में क्या करना चाहिए जिससे आप की फसल में नुक्सान कम उपज ज्यादा हो एसके लिए एक्सपोर्ट क्वालिटी के आम का उत्पादन कैसे करें भाग -2 विडिओ देखना ना भूले!
👉स्त्रोत:-AgroStar India
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