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अब घर बैठे जानिए कितने पैसे में होगा किस फसल का बीमा, बहुत ही आसान है तरीका!
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अब घर बैठे जानिए कितने पैसे में होगा किस फसल का बीमा, बहुत ही आसान है तरीका!
👉🏻 पीएम फसल बीमा योजना: 31 जुलाई तक होगा खरीफ फसलों के लिए रजिस्ट्रेशन. फसल और जिलेवार बदल जाता है प्रीमियम, जानिए कैसे तय होती है प्रीमियम की रकम? 👉🏻 खरीफ सीजन के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY-Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) में शामिल होने है तो 31 जुलाई तक रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसके बाद आप इंश्योरेंस नहीं करवा पाएंगे. आप जो बीमा करवाते हैं उसके प्रीमियम का ज्यादातर हिस्सा केंद्र और राज्य सरकारें देती हैं. आपको तो बहुत कम पैसा देना होता है. अधिकांश फसलों पर आने वाले कुल प्रीमियम का 1.5 से 2 फीसदी तक ही किसान को देना होता है. जबकि कुछ वाणिज्यिक फसलों के लिए यह 5 फीसदी तक है. लेकिन, यह प्रतिशत पैसे में कन्वर्ट होगा तो कितना होगा? इसकी जानकारी आप घर बैठे ले सकते हैं कि जिस फसल का बीमा (crop insurance) करवाना है उसका कितना प्रीमियम लगेगा. इसका बहुत आसान तरीका है. ऐसे निकालें प्रीमियम 👉🏻 सबसे पहले https://pmfby.gov.in/ पर जाईए. 👉🏻 यहां पर आपको इंश्योरेंस प्रीमियम कैल्कुलेटर का कॉलम दिखेगा. 👉🏻 इसे खोलने पर आपको छह कॉलम दिखेंगे. 👉🏻 इसमें सीजन, वर्ष, स्कीम, राज्य, जिला और फसल का कॉलम भरेंगे. 👉🏻 इसके बाद कैलकुलेट का बटन दबा देंगे. फिर प्रीमियम सामने आ जाएगा. 👉🏻 हर जिले में भी प्रीमियम अलग-अलग हो सकता है. यह वहां के जोखिम पर निर्भर है. प्रीमियम को यूं समझिए 👉🏻 अगर आपका घर उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर में है तो 1 हेक्टेयर में धान की फसल पर किसानों (Farmers) को 1553.68 रुपये का प्रीमियम देना होगा. आपका शेष पैसा केंद्र और राज्य सरकार मिलकर देंगे. इस प्रीमियम पर आपके एक हेक्टेयर धान का 77,684 रुपये का इंश्योरेंस होगा. 👉🏻 इतने ही खेत का फसल बीमा यदि हरियाणा के करनाल में कोई किसान (Kisan) करवाता है तो उसे 1764.32 रुपये देना होगा. जबकि बीमा होगा 88,216 रुपये का. इसी तरह हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में किसानों को सिर्फ 600 रुपये का ही प्रीमियम देना होगा, लेकिन यहां पर बीमित रकम 30,000 रुपये ही होगा. कैसे तय होता है प्रीमियम 👉🏻 प्रीमियम का पैसा हर राज्य और हर जिले में अलग-अलग लगेगा. हर फसल की इंश्योरेंस रकम तो अलग-अलग होती है. यह रकम जिला तकनीकी समिति की रिपोर्ट पर तय होती है. जिसमें कलेक्टर, मौसम विभाग (Weather Department) के अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, किसानों के प्रतिनिधि और इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी शामिल होते हैं. हर फसली सीजन से पहले यह रिपोर्ट भेजी जाती है. इस रिपोर्ट के आधार पर इंश्योरेंस कंपनियां प्रीमियम का पैसा तय करती हैं. कैसे होगा बीमा? 👉🏻 फसल बीमा योजना में अगर ऑफलाइन फार्म भरना चाहते हैं तो नजदीकी बैंक जाईए. 👉🏻 फॉर्म ऑनलाइन भरने के लिए स्कीम की वेबसाइट पर जा सकते हैं. 👉🏻 योजना में कई बदलाव करके पहले के मुकाबले इसे काफी आसान किया गया है. 👉🏻 खेती तथा खेती सम्बंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए कृषि ज्ञान को फॉलो करें। फॉलो करने के लिए अभी ulink://android.agrostar.in/publicProfile?userId=558020 क्लिक करें। स्रोत:- TV 9 Hindi, 👉🏻 प्रिय किसान भाइयों अपनाएं एग्रोस्टार का बेहतर कृषि ज्ञान और बने एक सफल किसान। दी गई जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे लाइक 👍🏻 करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
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