गुरु ज्ञानAgrostar
प्याज में झुलसा रोग के लक्षण और प्रबंधन!
🌱यह प्याज की फसल में लगमे वाला बहोत ही भयंकर रोग है, जिससे फसल में 80 से 90 प्रतिशत का नुकसान हो
सकता है। इस रोग के कारण प्याज़ के पत्तों पर छोटे पीले से नारंगी रंग के धब्बे या धारियां बन जाती है जो बाद में
अंडाकार हो जाती हैं. इन धब्बे के चारो ओर गुलाबी किनारे नजर आते हैं जो इस समस्या के मुख्य लक्षण हैं. धब्बे
पत्तियों के किनारे से नीचे की और बढ़ते हैं और आपस में मिलकर बढ़ते हैं जिसके कारण पत्तियां झुलसी हुई दिखाई
देती हैं. जिससे प्याज का विकास नहीं हो पता है। ऐसे वातावरण में तापमान 18 से 25 डिग्री सेल्सियस होने पर
और पर्याप्त नमी हो तो इसका प्रकोप कई गुना बढ़ जाता है।
🌱उपचार और बचाव :-
1. इस रोग के प्रबंधन हेतु पौध तैयारी के समय प्रमाणित बीज का ही प्रयोग करे।
2. साथ ही लंबी फसलचक्र अपनाये।
3. समस्या गंभीर होने पर नियंत्रण हेतु एज़ोक्सिस्ट्रोबिन 18.2% + डिफेनोकोनाज़ोल 11.4% SC @
1 मिली प्रति लीटर पानी के दर से या फिर झीनेब 75 % @ 2 ग्राम प्रति लीटर पानी के दर से या
फिर एज़ोक्सीस्ट्रोबिन 11% + टेबुकोनाजोल 18.3% SC @ 1.5 मिली प्रति लीटर पानी के दर से
छिड़काव करे।
👉स्त्रोत:-Agrostar
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