सालों से कपास की खेती करता रहा हूं लेकिन इस बार जो मेरी कपास है वैसी कपास मैंने मेरी जिंदगी में नहीं देखी और रोहिणी मैडम के माध्यम से जो मुझे जानकारियां मिली है वह मेरे लिए बहुत उपयोगी साबित हुई है और मुझे पूरा विश्वास है कि मेरा उत्पादन भी बहुत अच्छा निकलेगा Thanks Rohini medam
नमस्कार जाट जी, एग्रोस्टार परिवार में आपका स्वागत है। हमारे कंपनी के अधिकारा द्वारा दि गई सेवा से आप संतुष्ट हो, यह जानकर ख़ुशी हुई। हमारा उद्देश्य है, की हम किसानों के उम्मीद पर खरे उतरे। भविष्य में आप किसानों को और अच्छी सेवा देने का प्रयास करेंगे। धन्यवाद। एग्री डॉ. फाळके।
Thanks sir
भाई यह कौन सी वेराइटी है यह कौन सी कंपनी का कपास है
अजीत कमपनी वारंटि है । नं 155
Sarpaas 7007 h jiii ajit nhi h
Sir kapas ka
Kapas ka kya sir
Kapas ka beej kon sa ha
Sarpas 7007 h
अरे भाई साहब नमस्ते आप ये बतायें कि इतनी अच्छी फसल दिख रही है इसके लिए क्या क्या जतन किये कौन सी दवाइयां उपयोग किया खाद कौन सा डाला विस्तृत जानकारी देवे ताकि अन्य किसान भी लाभ लेवें
Namste jii sarpas 7007 veraiti h
Pahle buwai ke saath 10kg D A P per bigha
Magnesiyam salfet,sulphur urea
Nice bhai muje aapka phone number mil sakata he
Jiii
9799684451
नमस्कार श्याम जी, एग्रोस्टार परिवार में आपका स्वागत है। खेती संबंधी हम आपकी क्या सहायता कर सकते है। कृपया हमे बताएं, ताकि उसके अनुसार हम आपकी पूरी सहायता कर सके। धन्यवाद। एग्री डॉ.सैनी।
जय किसान
Jai kishan
नमस्कार श्याम जी, एग्रोस्टार परिवार में आपका स्वागत है। खेती संबंधी हम आपकी क्या सहायता कर सकते है। कृपया हमे बताएं, ताकि उसके अनुसार हम आपकी पूरी सहायता कर सके। धन्यवाद। एग्री डॉ.सैनी।
Lahsun ki kheti kaise kre
नमस्कार सुनील जी, एग्रोस्टार परिवार में आपका स्वागत है। इसे किसी भी तरह की हल्की से भारी ज़मीनों में उगाया जा सकता है। गहरी मैरा, अच्छी जल निकास वाली, पानी को बांध कर रखने वाली और अच्छी जैविक खनिजों वाली ज़मीन सब से अच्छी रहती है। नर्म और रेतली ज़मीनें इसके लिए अच्छी नहीं होती क्योंकि इसमें बनी गांठे जल्दी खराब हो जाती हैं। ज़मीन का पी एच 6-7 होना चाहिए। खेत को 3-4 बार जोतकर नर्म करें और जैविक खनिजों को बढ़ाने के लिए रूड़ी की खाद डालें। खेत को समतल करके क्यारियों और खालियों में बांट दें। उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में बिजाई के लिए अक्तूबर से नवंबर का महीना उपयुक्त होता है। बिजाई के लिए, कतार से कतार में 15 सैं.मी. और पौधे से पौधे में 10 सैं.मी. फासले का प्रयोग करें। बीज को थीरम 2 ग्राम प्रति किलो + बैनोमाईल 50 डब्लयु पी 1 ग्राम प्रति लीटर पानी से उपचार कर उखेड़ा रोग और कांगियारी से बचाया जा सकता है। रासायण प्रयोग करने के बाद, बीज को टराइकोडरमा विराइड 2 ग्राम प्रति किलो बीज से उपचार कर इसे मिट्टी की बीमारियों से बचाया जा सकता है। खेत की तैयारी के समय रूड़ी की खाद या गाय का गला हुआ गोबर 20 टन प्रति एकड़ में डालें। नाइट्रोजन 40 किलो (यूरिया 90 किलो), फासफोरस 20 किलो (एस एस पी 125 किलो) और पोटाश 20 किलो (म्यूरेट ऑफ पोटाश 35 किलो) प्रति एकड़ में डालें। फासफोरस और पोटाश की पूरी मात्रा और नाइट्रोजन की आधी मात्रा लहसुन की बिजाई के 2 दिन पहले डालें। बाकी बची नाइट्रोजन को बिजाई के एक महीना बाद डालें। आपकी अधिक सेवा के लिए आप ऍप्लिकेशन में अपनी फसल की फोटो पोस्ट करते रहिये। धन्यवाद | एग्री डॉ.उमंग।
Sir Ye kapas hight Kitni Leta h or tinde ka size kitna hota h agar ek photo or sajha kr dete to aapka sukriya
Jii jarur
नमस्कार श्याम जी, एग्रोस्टार परिवार में आपका स्वागत है। आपकी कपास की फसल बहुत अच्छी है I अगर आपकी फसल आगे में कोई समस्या आती है, तो आप हमें बताए उसके अनुसार हम आपकी पूरी सहायता करेंगे। आप इसी तरह अपनी फसल की फोटो एवं समस्या एवं आपके अनुभव यहाँ शेयर करें। ताकि हम किसान भाइयों की उन्नति मे मिलजुलकर सहायता करें। धन्यवाद I एग्री डॉ. पाठक ।
Ji sir
Ji dhanyewad
Bhai Ye biga ka kitna kvitl hota h
6 kivintal
Bhai ye bij kon sa h es varity ka nam batao
Sarpas 7007